केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली ने शराब कारोबारी विजय माल्या के इस बयान को बुधवार को खारिज किया कि वह (माल्या) 2016 में भारत छोड़ कर लंदन जाने से पहले उनसे मिला था। जेटली ने कहा कि 2014 में मंत्री बनने बाद उन्होंने माल्या को कभी मिलने का समय नहीं दिया लेकिन शराब कारोबारी ने राज्यसभा सदस्य के रूप में अपने विशेषाधिकार का गलत इस्तेमाल करते हुए संसद भवन के गलियारे में उन्हें रोककर बात करने की कोशिश की थी।
न्यूज एजेंसी भाषा की रिपोर्ट के मुताबिक वित्त मंत्री ने फेसबुक पर एक लेख में माल्या के लंदन में दिए गए बयान को ‘तथ्यात्मक रूप’ से गलत बताया। उन्होंने कहा कि उसके बयान में ‘सच्चाई नहीं है।’ उन्होंने लिखा है, ‘2014 के बाद से मैंने उसे मिलने का समय नहीं दिया है और उससे उनकी मुलाकात का सवाल ही पैदा नहीं होता।’ जेटली के मुताबिक राज्यसभा के सदस्य होने के नाते माल्या ने कभी कभी संसद की कार्यवाही में भी हिस्सा लिया।’