भारतीयों में दिल की बीमारी ‘कोरोनरी आर्टरी डिजीज’ (कैड) के मामलों में 300 प्रतिशत की बढ़ोतरी देखी गई है। इससे पीड़ित 2 से 6 प्रतिशत लोग गांव-कस्बों में और 4 से 12 प्रतिशत फीसदी लोग शहरों में रहते हैं। कई चीजों के अलावा, इसके लिए जीवनशैली से जुड़े कारक जैसे कि शराब का अत्यधिक मात्रा में सेवन भी जिम्मेदार है। अधिक मात्रा में शराब के सेवन से रक्त धमनियों में एक प्रकार की बाधा उत्पन्न हो सकती है, जिसे एथरोस्क्लेरोसिस के नाम से जाना जाता है। इसके चलते एक अथवा कई रक्त धमनियां थोड़ी या फिर पूरी तरह से ब्लॉक हो जाती हैं, जिससे रक्त के प्रवाह पर असर पड़ता है। अनियंत्रित कैड की वजह से एक समय के बाद हार्ट अटैक की आशंका भी बढ़ जाती है।